आरबीआई ने 5 जनवरी को एक सर्कुलर जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि एनएसई और बीएसई पर रुपए में होने वाले करेंसी कॉन्ट्रैक्ट के लिए मुद्रा यानी एक्सपोजर होना जरूरी है
निवेशकों में क्यों बढ़ रहा एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ETF का क्रेज, म्यूचुअल फंड से कितने अलग हैं ETF, कैसे ज्यादा डायवर्सिफाइड होते हैं ये फंड, ETF में निवेश पर कैसे कम आती है लागत?
ETF: पिछले एक साल में ईटीएफ की तुलना में लिक्विड फंडों का औसतन एयूएम लगभग 80,000 करोड़ रुपये से रहा है.
Passive Fund: बढ़िया रिटर्न पाने को नए निवेशक बाजार में आ रहें हैं. पैसिव फंड निवेश की दुनिया में शुरुआत करने वालों के लिए बढ़िया विकल्प है.
ETF Investment Tips: थीमैटिक ETF या सेक्टोरल ETF का चयन करते वक्त बुद्धिमानी से पैसे को आवंटित करें. अपना सारा पैसा एक ही ETF की इकाइयों में न लगाएं
ETF के साथ लिक्विडिटी एक चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि उन्हें केवल एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जा सकता है.
ईटीएफ में निवेश करने वालों की संख्या में कई गुना का इजाफा हुआ है. निवेशक अब ईटीएफ के फायदे को समझने और स्वीकरने लगे हैं.
ETF की बढ़ती लोकप्रियता और पैसिव इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस की ओर इन्वेस्टर्स के बढ़ते रुझान के चलते , AMC कई थीम्स पर ETF लॉन्च कर रहे हैं
Debt ETF के जरिए निवेशकों को मौका मिलता है कि वे फिक्स्ड इनकम वाले विकल्पों में निवेश कर सकें और साथ ही उन्हें ETF के फायदे भी मिल सकें.
ETF Tracking Error: ETF किसी एक इंडेक्स को आधार मानकर उसमें शामिल शेयरों में निवेश करते हैं. ये बेंचमार्क इंडेक्स ही ट्रैकिंग एरर समझने में मदद करेंगे